Khan Sir Patna Success Story In Hindi | Biography | Real Name | Net Worth

Khan Sir Success Story In Hindi | खान सर की सफलता की कहानी।

हेलो दोस्तों आज के इस लेख हम बात करने वाले है सभी छात्रों के चहिते खान सर के संघर्षपूर्ण जीवन की सफलता के पीछे की मेहनत और उनके जीवन से जुड़ी हर छोटी से छोटी बात आज के इस लेख में हम आपके साथ शेयर करने वाले है तो आइए जानते है – Khan Sir Success Story In Hindi

खान सर को फैजल खान और खान सर पटना के नाम से भी जाना जाता है खान सर आज इतने प्रसिद्ध अपने पढ़ानेे के अंदाज से हुए है, खान सर का पढ़ाने का अंदाज ही अलग है और यह अंदाज उनके छात्रों को बेहद ही पसंद है, खान सर की हर वीडियो हर किसी को मोटिवेट करती है, क्योंकि उनके बताने, समझाने का तरीका ही सबसे अलग है. इसी अंदाज के कारण खान सर आज इतने प्रसिद्ध अध्यापक, गुरु बन गए है। खान सर की लोकप्रिय वर्तमान में बहुत ज्यादा है और बढ़ती ही जा रही है ।

खान सर जीवन परिचय | Biography of Khan Sir in Hindi

खान सर का जन्म दिसंबर सन् 1994 में उतर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ था, इनका असली नाम फैजल खान है. खान सर एक मध्यम वर्गीय परिवार से तालुक रखते है. उनके पिता सेना से रिटायर्ड ऑफिसर है और उनकी माता एक गृहिणी है. उनके बड़े भाई है जो सेना में कमांडो है।

खान सर भी अपने पिता और बड़े भाई की तरह ही सेना में भर्ती होना चाहते थे. लेकिन उनकी फिटनेस ना होने की वजह से वो सेना में जा नही पाए. खान सर सेना में भर्ती होकर अपने पिता और बढ़े भाई की तरह देश की सेवा करना चाहते थे. अपने आप को प्रूव करना चाहते थे की में भी देश के लिए कुछ कर सकता हु लेकिन फिटनेश की वजह से सेना में जा नही पाए, लेकिन उन्होंने अपनी टीचिंग कें ज्ञान से बहोत से छात्रों को फ्री पढ़ा कर उनके जीवन को सुधारा है, उनके सपनों को पूरा किया है।

शिक्षा | Education

खान सर एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे है. उनके घर कि आर्थिक स्थिति ठीक – ठाक ही थी. उन्होंने अपने स्कूल की पढ़ाई गोरखपुर के सरकारी स्कूल से की है. और कॉलेज की पढ़ाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (UP) से की है उन्होंने M.Sc और B.Sc की डिग्री हासिल की है।

दोस्त एवं परिवार | Friends & Family

खान सर के वैसे तो सभी अध्यापक अच्छे दोस्त है. लेकिन एक उनके खास मित्र विपिन यादव सर है, जब विपिन यादव चुनाव में खड़े हुए थे, तब खान सर अपने मित्र के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए उनके साथ गए थे. खान सर के परिवार में उनके माता-पिता है. उनके पिता आर्मी से रिटायर ऑफिसर है और उनके बड़े भाई वर्तमान में आर्मी में अपने देश की सेवा कर रहे है. लॉकडॉन से पहले खान सर की शादी पक्की हो गई थी और सगाई भी हो गई थी. बताया जा रहा है खान सर की होने वाली पत्नी एक डॉक्टर है, लेकिन लॉकडाउन लगने के कारण उनकी शादी अभी तक नही हो पाई है. और अब शादी कब होगी ये भी किसी को नहीं पता है।

खान सर की पत्नी & गर्लफ्रेंड

खान सर एक बहुत ही सीधे साधे इंसान है. उनके जीवन में अब तक उनकी कोई भी गर्लफ्रेंड नही रही है. और ना ही वो बनाना चाहते है क्योंकि खान सर ऐसी बातों में, कामों में नही पड़ना चाहते. वो इन्हे फालतू की बाते मानते है. खान सर की सगाई पहले से ही तय हो चुकी है. इनकी सगाई May 2020 मे लॉकडॉन लगने से पहले ही हो गई थी. लेकिन कोरोना महामारी (covid-19) के कारण उस समय शादी नही हो पाई थी और वर्तमान में भी खान सर की शादी नही हुई है. खान सर अपने छात्रों को अपनी शादी में बुलाने वाले में उन्होंने कही कहा है की मेरे छात्र मेरे शादी में ना आए तो वह शादी क्या शादी होगी, इसी वजह से ही सर ने अपनी शादी को और आगे तक बढ़ा दिया है. और फिलहाल उनकी शादी की तारीख को किसी को नही पता है.खान सर की होने वाली पत्नी एक डॉक्टर बताई जा रही है।

खान सार का अधूरा सपना । Khan Sir unfulfilled Dreams

सर के पिताजी एक आर्मी ऑफिसर थे, और उनके बड़े भाई वर्तमान में Army में अपने देश की सेवा कर रहे है. उनका परिवार एक देश प्रेमी है पहले इनके पिता और फिर इनके बढ़े भाई सेना में रहकर देश की सेवा कर रहे है. खान सर भी अपने पिता और अपने बढ़े भाई की तरह सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते थे, वो भी दूसरो को दिखाना चाहते थे की जिस तरह उसके पापा और बढ़े भाई देश की सेवा कर रहे है में भी करना चाहता हु. यह खान सर का सेना में जाने का सपना बन गया था और वह सेना में भर्ती होने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई करके NDA का टेस्ट पास कर लिया था. लेकिन फिटनेस फिट ना होने के कारण उन्हे रिजेक्ट कर दिया गया, जिसे वो बहुत दुखी हुए क्योंकि उनका सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का सपना टूट गया था।

आर्मी के लिए फिट क्यों नही थे | Why was he not fit for the Army

खान सर के एक हाथ में तिरछा, टेडापन है. इसी वजह से ही खान सर को आर्मी Physical Fit में फिट ना होने के कारण बाहर कर दिया गया था. खान सर के लिए वो समय बहुत दुखदायक रहा जब उन्हे आर्मी में unfit कर दिया था और खान सर उस समय बहुत दुखी हुए थे, लेकिन सर को ये भी पता था की ये हाथ वाली समस्या कभी ठीक नही हो पाएगी।
खान सार भी ने एक बार यह किस्सा बताया था कि यह ऐसी समस्या है जिसे कभी ठीक नहीं किया जा सकता. अगर में एग्जाम में फेल हो जाता तो Next Time और ज्यादा कड़ी मेहनत करके जाता लेकिन यहाँ तो समस्या ही दूसरी है हाथ टेढ़ा है, क्या कर पाएंगे खान सर कभी कभी फ्रस्ट्रेशन में आकर अपनी मां को सुनाते है की मां तूने बचपन में मेरी ठीक तरह से मालिश क्यों नही की, अगर अच्छे से की होती तो आज में भी आर्मी में होता।

टीचिंग कैरियर | Teaching Carreer Institute

खान सर सेना में तो जा नही पाए, लेकिन वह घर पर ही रहकर देश की सेवा करने के तरीके सोचते, खोजते रहे. उन्होंने बहुत कोशिश की कैसे देश की सेवा की जाए, लेकिन उनके हाथ कुछ न लगा, सारी कोशिश बेकार गई. फिर उनके माता – पिता ने उन्हें बच्चो को पढ़ाने के लिए कहा गया, खान सर को अपने माता पिता का ये सुझाव अच्छा लगा और उन्होंने बिहार के पटना में Khan GS Research Centre नाम से एक इंस्टिट्यूट शुरू किया. वर्तमान में ख़ान सर इसी सेंटर में पढ़ाते है।

जब खान सर ने ये Centre खोला था, उस समय उनके सेंटर पर बहुत ही कम छात्र आते थे. जैसे – जैसे सेंटर पुराना होता गया, समय के अनुसार खान सर अपने सेंटर में हिंदी के साथ – साथ भोजपुरी में भी एक अलग ही अंदाज से अपने छात्रों को पढ़ाना शुरू कर दिया था, खान सर के इसी अंदाज से सेंटर में और छात्र आने लगे थे और धीरे – धीरे खान सर के सेंटर में छात्रों की लगातार भीड़ बढ़ रही थी. अगर हम उस समय की बात करे जब सेंटर नया नया खुला था तो तब बहुत कम छात्र आते थे, ज्यादातर जगह खाली ही पड़ी रहती थी और वर्तमान की बात करे तो आज खान सर के सेंटर में इतने छात्र हो गए है की इन छात्रों के लिए सेंटर में कमरे खाली नही है।

ख़ान सर के Teaching App का क्या नाम है।

खान सर बहुत सारे गरीब मध्यमवर्गीय छात्रों को मुफ्त पढ़ाना चाहते थे. लेकिन उनके सेंटर में ज्यादा जगह ना होने की कारण वो छात्र पढ़ नहीं पाते थे, उन बच्चों को पढ़ाने के लिए खान सर ने एक App को लॉन्च किया इस app के जरिए सर उन गरीब, मध्यम वर्गीय बच्चों को Online कोचिंग देने लगे. और वर्तमान के भी उस   के जरिए छात्रों को पढ़ाते है. अगर आप भी खान सर के उस App को अपने फोन में Donwload करना चाहते है तो Playstore में जाकर Khan Sir Official नाम से इस app को download कर सकते है।

यूट्यूब कैरियर | YouTube Channel Start

लॉकडॉउन के समय में सभी कोचिंग सेंटर, इंस्टीट्यूट कॉलेज, स्कूल बंद कर दिए गए थे. सब कुछ बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पर बहुत असर पड़ रहा था, खान सर भी अपने सेंटर के छात्रों को पढ़ा नही पा रहे थे. इसी बीच खान सर ने Khan GS Research Centre नाम से एक यूट्यूब चैनल बनाया और बच्चों की क्लास यूट्यूब पर लगाने लगे, लॉकडॉन में सभी छात्र ने खान सर के इस Youtube चैनल को सब्सक्राइब कर लिया. और इनसे क्लास लेते रहे. इस चैनल को खान सर ने 25 अप्रैल 2019 को बनाया था. वर्तमान में इस चैनल पर 18.4 मिलियन से भी अधिक सब्सक्राइबर है. इस चैनल पर सबसे पहली वीडियो Biology – Human Brain (मानव मस्तिष्क) के ऊपर बनाई गई थी. खान सर यहां करंट अफेयर्स, एजुकेशन, ट्रेंडिंग टॉपिक जैसी वीडियो अपलोड करते रहते है. खान सर की हर वीडियो पर लाखो व्यूज आते है, और उनके छात्र कॉमेंट के माध्यम से उनकी प्रशंसा करते है।

खान सर नाम को लेकर हुआ विवाद

खान सर ये नाम ऐसा है की आपको हर छात्र की जुबान पर मिल जाएगा. क्योंकि भारत के बेस्ट अध्यापकों में से एक खान सर को माना जाता है. खान सर को आज उनके पढ़ाने और उनके आसान तरीकों से छात्र को सब कुछ समझाना लाजवाब है उनका तरीका ही कुछ ऐसा है वो अपने छात्र को मुश्किल से मुश्किल विषय को आसान भाषा समझा देते है, तभी खान सर से आज इतने छात्र जुड़े हुए है. उन्हे अपना गुरु मानते है।

खान सर देश के प्रसिद्ध टीचरों में से एक है. उन्हे छात्र इतना प्यार करते है की उनके यूट्यूब चैनल पर 1 साल के अंदर ही 1 करोड़ से भी ज्यादा सब्सक्राइबर हो गए हैं. लेकिन पता नही क्यों कुछ लोगो को शायद उनका इतना प्रसिद्ध होना रास नही आ रहा है. कोई उनके बारे में बोलता है यह कोन है, कहा से आया है, ये टीचर नही है ये बाहर से आए हुए लोग हैं कोई उनपे सवाल उठाते हैं कोन है खान सर, कहा से है ये, इसकी मजहब क्या है, लेकिन खान सर के छात्र को इन बातों से, सवालों से कोई मतलब नही है की लोग उनके बारे में क्या बोलते है बस वो यही कहते ये हमारे अच्छे गुरु है, हमारे मार्गदर्शक है. हमे किसी की बातो से कोई लेना देना नही है।

सन 2021 मई में खान सर न्यूज चैनल पर मुस्लिम धर्म के बारे में कुछ बाते करते हुए दिखाई दिए थे, फिर बाद में खान सर के विरोध में मुस्लिम समुदाय ने ट्विटर पर एक हैशटैग #reportonkhansir चलाया था. जिसमे मुस्लिम समुदाय का कहना था की इनका नाम ख़ान सर नही बल्कि अमित सिंह है, कुछ समय बाद फिर इनका नाम फैजल खान बताया गया. खान सर के इतने नाम फैलने के बाद उनके छात्र, और उनके चाहने वाले भ्रमित रह गए. वो भी यही सोचने लगे इनका असली नाम क्या है, ये है कोन, कहा से आए है, इनका धर्म क्या है, इनकी जाति क्या है इन सभी बातों को लेकर सभी के मन में भ्रम होने लगा और इस तरह खान सर के नाम पर विवाद हो गया।

मामला जब ज्यादा गंभीर हो गया, खबरे जब मीडिया न्यूज तक पहुंचने लगी तब जाकर खान सर खुद मीडिया परभारी से मिले, लेकिन खान सर ने उनके सामने भी अपने नाम, जात और धर्म को सबके सामने नही रखा, बस उन्होंने मीडिया के आगे इतना ही कहा कि मेरे छात्र मुझे खान सर से ही बुलाते है, नाम में क्या रखा है. इतना बोलकर खान सर चले गए।

कहते है की किसी व्यक्ति के नाम, धर्म को लेकर जज करना की यह कैसा है, इसका नाम क्या है, इसका धर्म, जाति क्या है ऐसा कभी नहीं करना चाहिए. कबीरदास जी ने भी कहा है

जाति न पूछो साधु की।
       पूछ लीजिए ज्ञान।।
मोल करो तलवार का।
       पड़ी रहने दो म्यान।।

कबीरदास जी कहते है की किसी साधु, संत की जाति मत पूछो, अगर आपको उसके बारे में पूछना ही है तो उसके ज्ञान के बारे में पूछो. आगे कहते है की तलवार को खरीदते समय सिर्फ तलवार का ही मोल-भाव करो, तलवार के म्यान कोपड़ा रहने दो. उसका कोई मूल्य नहीं है।

उम्मीद करता हु दोस्तो आज के इस बेहतरीन Success Story को पढ़ कर अपको बहुत आनंद आया होगा, खान सर के संघर्षपूर्ण जीवन से अपको भी कोई सिख मिली होगी, आपके अंदर भी जीवन में कुछ करने की कोई उम्मीद जगी होगी, अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते है, अगर आपको इस से संबंधित कोई भी सवाल पूछना है तो आप Comment या Contact में जाकर मुझसे संपर्क कर सकते है। धन्यवाद

– Always believe in yourself in life –